नमस्कार मेरे प्यारे दोस्तों मेरा नाम राहुल है। मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ। और आज मैं आपके लिए एक मजेदार कहानी लेकर आया हूँ। इस कहानी में मैंने स्कूल के चपरासी की बीवी की चुदाई कर उसके बच्चे का बाप बना।
किसी ने सच ही कहा है कि जो आदमी ठरकी होता है, उसे हर जगह सिर्फ चुत ही नजर आती है।
मेरा भी कुछ ऐसा ही हाल है, मुझे भी औरत को देखते ही उसकी गांड का साइज़ नज़र आता है। मेरी नज़र उसके चेहरे पर तो जाति ही नहीं है सिर्फ उसकी गांड की मेरे दिमाहग में नाचती रहती है।
सब से पहले उसके बूब्स पर और उसकी बुरी उसकी गांड पर जाती है। उसके बाद मैं मन में उसकी गांड के छेद को और उसकी चूत के छेद को महसूस करके अपने मोठे लंड को गर्म करके उसे मसल देता हूँ।
मेरे और मेरे ठरकपन के बीच सिर्फ मेरा पेशा था। क्योकी मैं एक सरकारी स्कूल में टीचर था। टीचर की कमी के कारण मेरा ट्रांसफर एक गांव के स्कूल में हो गया था।
जब मेरा ट्रांसफर गांव में हुआ, और मेरे रहने का इंतजाम भी स्कूल के पीछे एक कमरे में था। मेरे इलावा उषा स्कूल का चौकीदार अपने परिवार के साथ रहता था।
परिवार क्या उसके घर में सिर्फ उसकी पत्नी रहती थी। उनका कोई बच्चा नहीं था, मेरा घर अच्छा बना हुआ था। और स्कूल के चौकीदार का घर मेरे घर के पीछे बना हुआ था।
चपरासी की बीवी की चुदाई कर मजे लिए
चौकीदार की पत्नी ही मेरे घर की सफ़ाई करती थी, वो मेरे कपड़े भी धोती थी साथ ही वो मेरे लिए खाना भी बनाती थी। मेरी नज़र उसकी मटकती गांड और उसके हिलते हुए बूब्स पर ही टिकी रहती थी।
अब स्कूल भी कुछ दिनों के लिए बंद हो गया था, और मैंने स्कूल में ही रुकने का सोच लिया था। मैं कभी अपने घर की छत पर नहीं गया था।
🎀कामवाली देसी चुदाई की कहानी: कामवाली की जोरदार चुदाई🎀
तो एक दिन मैंने चौकीदार को अपने घर की छत की सफाई के लिए बुलाया। फ़िर चौकीदार छत की सफ़ाई के लिए चला गया, और मैं कुछ देर ही वहाँ रुका।
जब मैं छत पर पीछे गया, तो मैंने देखा कि पीछे चौकीदार का बाथरूम बना हुआ था और उसकी छत भी नहीं थी।
उस समय उसकी पत्नी वहा नहा रही थी, वह पूरी नंगी हो कर नहा रही थी। उसका जिस्म हल्का सा काला (सांवला)था और उसके बड़े बड़े बूब्स और भूरे निपल्स थे। (चपरासी की बीवी की चुदाई)
उसे देखते ही मेरा लंड एक दम से खड़ा हो गया, वो जितनी देर तक नहा रही थी उतनी देर में उसको चुप चुप होकर देखता रहा। फिर मैंने छत का दरवाजा बंद किया और मैं अपना लंड बाहर निकाल कर मुठ मारने लग गया।
मैं जान बूझ कर अपने लंड की मुठ ऐसा मार रहा था, की जिसके मेरे लंड का गर्म पानी उस औरत के ऊपर गिर जाये।
फ़िर जैसे ही मेरा पानी उस पर टपका तो उसने ऊपर देखा कि मैं उसे देख कर मुठ मार रहा था। तो वो मुझे देख कर मुस्कुराने लग गई।
💝दिल्ली में हॉट और सैक्स्ट लड़किया चुदाई के लिए सस्ते रेट में बुक करे💝
अब मैं रोज उस समय गरम औरत को नहाते हुए मुठ मार कर अपने लंड का पानी उसके ऊपर गिराने लग गया। चौकीदार की पत्नी भी अब मेरे सामने अपनी कामुक कपड़े पहन कर काम करने लग गई थी।
वो अपने ब्लाउज के दो बटन खोल कर ही काम करती थी। मैं दूसरे कमरे में बैठ कर उसकी गांड को देख कर मुठ मारता रहता था।
जब मैंने चौकीदार को थोड़ा व्यस्त कर दिया था, तो वह अक्सर अपने घर से बाहर ही रहता था। इसी बीच मैं उसकी पत्नी को पटाने के जुगाड़ में लगा रहता था।
उसकी पत्नी भी अब मुझे अपना जिस्म दिखा कर पागल करती रहती थी, वो कभी अपनी साड़ी उठा कर अपनी चिकनी टांगे मुझे दिखाती थी। तोह अपने ब्लाउज में से अपने बूब्सों को खुजालती थी।
मैं जब उसमे झांकने की कोशिश करता था, तो मुझे काफी बार उसके भूरे निपल्स साफ दिख जाते थे।
अब मेरी वासना का सब्र टूटने लग गया था, एक दिन जब वो सफाई कर रही थी। तो मैंने चौकीदार को किसी काम से दूर भेज दिया, और मैं खुद बिस्तर पर आ कर लेट गया। (चपरासी की बीवी की चुदाई)
मैं अब उस औरत से अपनी टांगे दबाने के लिए कहा, तो वो वैसे ही मेरे कमरे में आई। तो मैंने दरवाजे को बंद कर लिया, और उसको पीछे से मैंने पकड़ लिया।
उस समय उसके ब्लाउज के बटन भी खुले थे, तो उसके बूब्स बाहर आने को पहले से ही बेताब हो रहे थे। मेरे पकड़ते ही वो गर्म हो गई और वो बोली – बाबू जी आप क्या कर रहे हो, कोई आ जाएगा।
मैं- कोई नहीं आएगा।
फिर मैंने उसको अपने गोद में उठा कर बिस्तर पर ले लिया। फिर एक ही बार में मैंने उसकी साड़ी को खींच दिया, और उसके पेटीकोट का नाडा मैंने खोल दिया।
मैंने जल्दी ही अपने कपड़े उतारे और मैं खुद ही नंगा हो गया, और मैं उसके नंगे जिस्म से जा कर लिपट गया। अब वो गर्म हो गयी है और वो बोली – आप तो बड़े बेचैन हो बाबू जी?
🎀देसी लड़किया चुदाई के लिए बुक करे 24*7: Delhi Call Girl🎀
उसने खुद को मुझसे लिपट कर मेरे लंड को अपने हाथ में पकड़ कर मेरी मुठ मारी।
वो – तुम्हारा लंड तो मुझे तभी पसंद आ गया था, तब तुमने पहली बार छत से मेरे ऊपर अपने लंड का पानी गिराया था। उसी दिन से मैं तुम्हें देख रही थी, कि कब तुम मुझे अपने लंड से मिलाओगे।
उसके बाद हम दोनों 69 की पोजीशन में आ गए, और उसने अपनी टांगो को इस तरह से मेरी गर्दन में फंसाया कि मेरा मुंह सीधा उसकी चूत से चिपक गया।
अब उसने मेरे लंड को अपने हाथों में पकड़ कर अपने मुँह में भर लिया। अब वो मेरा लंड मस्ती से चूसने लग गई, मेरी गांड भी वो खुद हिला रही थी। (चपरासी की बीवी की चुदाई)
उसने अपनी टांगो को हिला कर मुझे भी अपनी चूत चाटने को बोला, तो मैंने अपनी जीभ निकाल कर उसकी चूत को चटाना शुरू कर दिया। उसकी चूत बहुत ही नमकीन थी और मेरी जीभ की गर्मी पर उसने अपनी टांगे ऊपर उठा ली।
अब मैं आराम से उसकी चूत को अपनी जीभ से चाट रहा था, मेरा लंड अब टाइट हो चुका था। मैंने उसको घुमा कर सीधा किया, और उसकी टांगो को मैंने खोल दिया।
फिर अपने लंड को मैंने उसकी चूत पर लगा दिया, और अपने हाथ से निशाना लगा कर मैंने लंड को उसकी चूत पर रगड़ना शुरू कर दिया।
लंड रगड़ते ही वो बिस्तर पर मचलने लग गया। मैंने अब उसकी तरफ मुस्कुराते हुए देखा, और मैंने अपना पूरा लंड उसकी चूत में उतार दिया।
अब उसके मुँह से सिस्की भारी चीख निकल पड़ी। मैंने उसकी टांगो को पकड़ा और अपनी गांड से जोर जोर से धक्के मारने लग गया। मेरे हर धक्के के साथ उसकी गांड भी हिल रही थी।
अब वो मस्ती में कामुक आवाजें भी निकल रही थी। चुदाई के धक्के अब तेज़ होने लग गए, और उसने बिस्तर को कस कर पकड़ लिया। फिर हम दोनों एक साथ बिस्तर पर गिर गए, मैंने अपना सारा पानी उसकी चूत में निकल दिया था।
वो मुझसे लिपट कर बोली – बाबू जी शादी के बाद, आज पहली बार मेरी चूत की प्यास बुझाई है। वर्ना मेरा मर्द तो एक दम बेकार है, इसलिए मुझे अभी तक बच्चा नहीं हुआ है। पर अब आप हो तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है।
इस तरह से मैंने उसे चोद कर एक बच्चा दे दिया.. और मैं जितने साल वह रहा मैं उसे मोका देख कर चोदता रहा।
अब मेरा फिर से ट्रांसफर हो गया है, और अब मैं एक और चूत के जुगाड़ में लगा हुआ हूं। और जैसे ही मुझे कोई नई चूत मरने को मिलेगी मैं आपके सामने एक और मजेदार कहानी लेकर आऊंगा। और आप लोगो के साथ उसको सांझा करूँगा।
धन्यवाद दोस्तों, मुझे उम्मीद है आपको मेरी सेक्स कहानी पसंद आयी होगी आप मुझे कमेंट में बता सकते हैं।