हेलो दोस्तों मैं शहज़ादी हूं, आज मैं एक नई सेक्स स्टोरी लेकर आ गई हूं जिसका नाम है “मसाज वाले ने दिया चुदाई का परम आनंद-desi fucking story“ यह कहानी राखी की है आगे की कहानी आपको राखी बताएंगी मुझे यकीन है कि आप सभी को यह पसंद आएगी|
हेलो दोस्तों मै आपकी दोस्त राखी हूँ|(desi fucking story)
मैं अपने चाचा ससुर से चुदवाती हूँ और मुझे अपने चाचा ससुर के साथ सेक्स करने में मज़ा आता है।
लेकिन यह कहानी उनके साथ नहीं, बल्कि किसी और के साथ सेक्स करने की है।
एक दिन, जब मेरा बेटा स्कूल चला गया, तो मैं घर पर अकेली थी। तभी मेरे पति के दोस्त की पत्नी का फ़ोन आया। हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं और अपनी सारी बातें एक दूसरे से शेयर करते हैं। साथ ही, हम इस बात का पूरा ख्याल रखते हैं कि ये बातें किसी और को पता न चलें।
मेरी दोस्त का नाम पूनम सिंह है। पूनम का फिगर 34D-36-38 है। उसे भी मेरी तरह सेक्स करने का शौक है। पूनम का पति मेरे पति के साथ काम करता है।(desi fucking story)
अपने घर का काम खत्म करके मैं पूनम के घर चली गई। मैंने उसके घर की डोरबेल बजाई, पूनम की नौकरानी ने गेट खोला.
मैंने पूछा- पूनम कहाँ है?
वो बोली- भाभी कमरे में हैं.
जब मैं उसके कमरे में गई तो पूनम अपने मोबाइल पर किसी को वीडियो कॉल कर रही थी. मुझे देखकर उसने कॉल काट दिया.
वो मुझसे लिपट गई और बोली- कहाँ रहती हो यार… कभी मिलने भी आ जाय करो … या फिर चाचा जी तुम्हें हर समय नंगी रखते हैं?
मैंने कहा- ऐसा कुछ नहीं है यार.(desi fucking story)
पूनम बोली- तुम बहुत खुश हो यार, घर पर रोज चुदवाती हो.
मैंने कहा- तुम भी कम नहीं हो, तुम्हारा पड़ोसी भी तुम्हें रोज चोदता है.
इस पर हम दोनों हंसने लगे.
फिर मैंने उससे कहा- वैसे, अभी तुम किससे बात कर रही थी और मुझे देखकर तुमने कॉल काट दिया?
वो बोली- मुझे कोई नया आदमी मिल गया है.
मैंने कहा- वो कौन है?
वो बोली- उसका नाम बाला है… वो मसाज करने वाला है. वो मेरे पति की मालिश करने आता था, तो मैंने भी अपनी मालिश करवा ली। पास में ही उसकी हेयर ड्रेसर की दुकान है, वो बाल काटने के साथ मालिश भी करता है।
मैंने कहा- वो दिखने में कैसा है… जवान है या मर्द?(desi fucking story)
वो बोली- वो करीब 48 साल का है… लेकिन हैंडसम है और सेक्स में बहुत अच्छा है।
मैंने कहा- ये सब कैसे हुआ?
वो बताने लगी:
वो हमेशा मेरे पति की मालिश करने आता है और मालिश करते समय वो मुझे देखता रहता था। मुझे भी वो अच्छा लगने लगा था। एक दिन उसे मेरे पति की मालिश करने आना था, तो उस दिन तुम्हारे पति का फोन आ गया, तो वो चला गया।
फिर जब वो मेरे पास आया, तो उसने पूछा कि तुम्हारे पति कहाँ हैं?
मैंने सोचा कि अगर मैं उसे बता दूँ कि वो नहीं है, तो वो चला जाएगा। मैंने कहा- वो आने वाला है… तुम अंदर चलो।
वो अंदर आकर बैठ गया। मैं उसके लिए पानी लेकर आई।(desi fucking story)
तुम्हें पता है कि मैं घर पर हमेशा ढीली टी-शर्ट और लोअर या लेगिंग पहनती हूँ। मुझे घर पर ब्रा और पैंटी पहनना पसंद नहीं है। जब मैंने उसे पानी देना शुरू किया, तो उसने मेरी टी-शर्ट के ऊपर से मेरे चूचो को देखा। वह बस मेरे चूचो को देखता रहा।
वह मेरी टी-शर्ट के ऊपर से मेरे निप्पलों को पूरी तरह से सख्त देख सकता था। मैं भी झुक कर उसे नज़ारा दिखाती रही।
फिर मैंने पूछा- आप सिर्फ़ मर्दों की मालिश करते हैं या औरतों की भी?
उन्होंने कहा- मैं दोनों की मालिश करता हूँ।
मैंने कहा- तो आज आप मेरी मालिश कर दो।
फिर अंकल बोले- क्यों नहीं… लेकिन अगर तुम्हारा पति देख लेगा, तो उसे बुरा नहीं लगेगा।
मैंने अपने होंठों पर जीभ फिराते हुए कहा- उसकी चिंता मत करो… तुम बेफिक्र हो, मेरी थकान दूर कर दो।
उन्होंने भी अपने लंड को सहलाते हुए कहा- ऐसी थकान दूर करूंगा कि तुम्हें बार-बार मेरी याद आएगी।(desi fucking story)
मैंने कहा- मसाज के लिए क्या पहनूं।
अंकल- कुछ ढीला पहनो।
मै उन्हें अंकल इसीलिए कह रही थी क्युकी उम्र में वह मुझसे थोड़े बड़े थे|
मैंने दोहरे अर्थ वाले शब्दों में कहा- तुम्हारे दूसरे ग्राहक क्या पहन कर करवाते हैं?
वो मेरी बात समझ गए और बोले- वो ब्रा और पैंटी में भी करवा लेते हैं… इससे उनके कपड़े खराब नहीं होते।
मैंने कहा- क्या उन्हें इसमें शर्म नहीं आती?
अंकल बोले- मैडम, मैं प्रोफेशनल मसाजर हूं… इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
मैंने कहा- ठीक है… तुम बैठो, मैं अभी आती हूं।
फिर मैं एक पुरानी ब्रा और पेटीकोट पहन कर उनके सामने आ गई। ये ब्रा पुरानी थी, पर छोटी थी। उसमें मेरे आधे से ज्यादा चूचे साफ दिख रहे थे।
वो मुझे इस रूप में देखते रहे। वो अपने लंड को सहलाते हुए बोला- हाँ, ये ठीक है मैडम।(desi fucking story)
मैंने बिस्तर पर चादर बिछाई और लेट गई। उसने तेल की बोतल ली और मेरे पेट पर थोड़ा तेल डाला। वासना के कारण मेरी आँखें बंद हो गई थीं।
मेरे पेट से बहता हुआ तेल मेरी नाभि में भर गया। वो उस तेल से मेरे पेट की मालिश करने लगा। उसके हाथ मेरे मक्खन जैसे पेट पर फिसल रहे थे। उसके मादक स्पर्श से मेरी चूत माल छोड़ने लगी।
फिर उसने मेरी नाभि में उंगली डाली और अंदर भरा तेल बाहर निकाला।
मैंने पढ़ा था कि जब कोई पुरुष नाभि में उंगली डालता है, तो यह सेक्स की निशानी होती है। मैं उसकी इच्छा समझ गई। मेरे लिए अपनी आहों को नियंत्रित करना मुश्किल हो रहा था।
फिर उसने अपने हाथों में तेल लिया और मेरी चिकनी टांगों पर लगाना शुरू कर दिया। उसने मेरी पिंडलियों से शुरू किया और धीरे-धीरे मेरे पेटीकोट को ऊपर उठाना शुरू किया। घुटनों के नीचे से होते हुए वो मेरी जांघों तक पहुँच गया। मेरा पेटीकोट मेरी चूत के चारों ओर लिपटा हुआ था। मैंने पैंटी नहीं पहनी थी।
मेरी चूत गीली हो रही थी।(desi fucking story)
फिर अंकल ने कहा- मैडम, आप पेट के बल लेट जाओ ताकि मैं आपकी पिछली टांगों की मालिश कर सकूँ।
मैं पेट के बल लेट गई और उन्होंने मेरे पेटीकोट को मेरी tight gand तक ऊपर खींच दिया था। उनके हाथ मेरी जांघों को पकड़े हुए थे। मैं उनके मादक मर्दाना स्पर्श से एक अलग ही दुनिया में खोई जा रही थी। उनका हाथ मेरी जांघों से होता हुआ मेरी गांड को छू रहा था। इससे वो समझ गए कि मैंने पैंटी नहीं पहनी है।
फिर वो मेरी कमर की मालिश करने लगे, उनका लंड पूरी तरह से टाइट हो चुका था जो मालिश करते समय मेरी कमर को छू रहा था।
अब मैं खुद पर काबू नहीं रख पा रही थी। मैंने कहा- अंकल, ऊपर के हिस्से की भी मालिश कर दो।
वो मेरी पीठ की मालिश करने लगे। मुझे लगा कि वो मुझसे ब्रा खोलने को कहेंगे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
मैंने खुद ही अपनी ब्रा के हुक खोले और कहा कि अब ठीक से और आराम से मालिश करो।(desi fucking story)
वो मेरी पीठ की मालिश करने लगे। मुझे लगा कि वो बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। पहल तो मुझे ही करनी पड़ेगी। फिर अचानक मैं पलटी और मेरे mote chuche खुली ब्रा से बाहर आ गए।
वह मेरे खूबसूरत चूचे चूचो को देखता रहा।
मैंने आँख मारते हुए कहा- अंकल, इन पर भी मालिश कर दो।
उन्होंने मेरे चूचो के बीच तेल डाला और मालिश करने लगे। मैं उनके हाथों को अपने चूचो पर फिराने का आनंद ले रही थी। उन्होंने मेरे निप्पलों की मालिश करना शुरू कर दिया। अब मैं विरोध नहीं कर सकती थी, इसलिए मैंने उनका लंड पकड़ लिया।
मैंने कहा- तुम अच्छे खिलाड़ी हो, मुझे लगा तुम पहल नहीं करोगे।(desi fucking story)
अंकल बोले- मुझे शुरू से ही पता था कि तुम आज जरूर कुछ करोगी क्योंकि तुम्हारे पति ने मुझे पहले ही फोन करके बता दिया था। मैं तो तुम्हें देखने ही यहाँ आया था।
मैंने कहा- तो देर मत करो, अब मेरी चूत बहुत गीली हो रही है।
अंकल बोले- आज मैं इसका ठीक से इलाज करूँगा।
वे मेरे पैरों के पास आए और मेरा पेटीकोट उठा दिया। मेरी चिकनी, बिना बालों वाली चूत को देखकर वे उत्तेजित हो गए। उन्होंने कहा- आज मैं इसे ठीक से फाड़ दूँगा।
मैंने कहा- अब देर मत करो।
उन्होंने अपना मुँह मेरी चूत पर रखा और मेरी चूत का सारा पानी चाटकर साफ कर दिया। मुझे ऐसा लगा जैसे मैं स्वर्ग में आ गई हूँ।
फिर अंकल बोले- आज मैं तुम्हें कोई तरकीब दिखाऊँ?
मैंने कहा- दिखाओ.(desi fucking story)
उन्होंने मेरी tight chut में 2 उंगलियाँ डालीं और उन्हें घुमा-घुमाकर अंदर बाहर करने लगे. दो मिनट में ही वो मेरे जी स्पॉट पर पहुँच गए. मैं ज़्यादा बर्दाश्त नहीं कर पाई और मैं झड़ गई. मेरे माल के साथ थोड़ा सा पेशाब भी बाहर आ गया.
अंकल ने वो सारा माल चाट लिया.
मैंने कहा- तुम सच में औरतों की कमज़ोरी जानते हो.
अंकल बोले- मैं 20 साल से ऐसे ही इस नौकरी में नहीं हूँ.
मैंने कहा- तो तुमने अब तक कितनों को चोदा है?
अंकल बोले- मैंने इतनी औरतों को चोदा किया है कि मुझे खुद भी याद नहीं है.
मैंने उनका mota land लंड पकड़ा, तो वो मेरे मुँह के पास आ गया. मैंने उनका लोअर नीचे खींचा और उनका मोटा लंड मेरी आँखों के सामने आ गया. उसका टोपा एक बड़े टमाटर जैसा था. मोटे टोप वाला सिर देखकर मेरे मुँह में पानी आ गया.(desi fucking story)
मैंने तुरंत उसे मुँह में ले लिया और चूसने लगी. अंकल की आँखें भी बंद हो गईं. उन्होंने मेरा मुँह पकड़ा और धक्के लगाने लगे. उनका लंड मेरे गले तक पहुँच रहा था. मेरी आँखों से पानी बह रहा था. मेरे मुँह से ‘गुआक…गुआक…’ की आवाज़ निकल रही थी.
मैंने कहा- अब जल्दी से मुझे चोदो… कोई आ सकता है.
अंकल ने अपनी जेब से कंडोम निकाला और मैंने कंडोम उनके लंड पर चढ़ा दिया.
अंकल जल्दी से मेरी टाँगों के पास आए और मेरी टाँगें फैला दीं. मेरी चूत उनके लंड से चुदने के लिए तड़प रही थी. उन्होंने मेरी टाँगें अपने कंधों पर रखीं और अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया. उनका लंड काफ़ी मोटा था और उनका लंड मेरी चूत में बिल्कुल फिट था. मानो वो मेरी चूत के लिए ही बना हो.(desi fucking story)
मैं दर्द से कराह उठी. फिर उन्होंने मेरी चूत में हल्के से धक्के लगाने शुरू किए. उनका लंड मेरी चूत की दीवारों से रगड़ खा रहा था. उनके हर धक्के के साथ मेरी कराहने की आवाज़ निकल रही थी. जब उनका लंड मेरी चूत में एडजस्ट हो गया, तो उन्होंने धक्के तेज़ कर दिए. इस पोजीशन में उन्होंने मुझे 15 मिनट तक चोदा और मेरे चूचो को चूस-चूस कर लाल कर दिया.
फिर उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला. मैंने देखा कि उनका लंड पूरी तरह से गीला था. मैंने तुरंत उनका लंड अपने मुँह में ले लिया. उनके लंड और मेरी चूत के माल का मिलाजुला स्वाद बहुत अच्छा था।
फिर अंकल ने मुझे कुतिया बनाया और अपना लंड मेरी चूत में रगड़ने लगे। फिर उन्होंने अपना लंड मेरी चूत में डाला और अपने हाथों से मेरे चूचो को दबाते हुए मुझे चोदने लगे। उनकी चुदाई मुझे एक अलग ही आनंद दे रही थी।
हमारी उस 50 मिनट की चुदाई में मैं दो बार झड़ गई। जब वो झड़ने वाला था तो उसने कंडोम निकाला और बोला मैडम कहाँ झड़ूँ?
मैंने कहा- जहाँ तुम चाहो।(desi fucking story)
वो बोला- तुम्हारे चेहरे पर।
मैंने कहा ठीक है.
उसने सारा माल मेरे चेहरे पर ही निकाल दिया. मैंने उसे चखा, बहुत ही स्वादिष्ट स्वाद था. उसका स्वाद मक्खन जैसा था.
फिर मैंने अपना चेहरा साफ किया और वापस आ गई.
मैंने कहा- अंकल, मुझे बहुत मजा आया.
अंकल बोले- चलो एक राउंड और करते हैं.
मैंने कहा- आज नहीं, मैं खुद ही तुम्हें बुला लूँगी.
फिर वो अपने कपड़े पहन कर जाने लगे, तो मैंने उन्हें एक गहरा चुम्बन दिया.
मैंने कहा- अंकल, क्या हमारे मोहल्ले की और औरतें भी आपसे चुदवाती हैं?(desi fucking story)
वो बोले- हाँ, बहुत हैं. पर मैं किसी को किसी के बारे में नहीं बताता.
मुझे उनकी ये बात अच्छी लगी.
फिर वो चले गए.
उस दिन के बाद हम दोनों ने कई बार सेक्स किया है.
पूनम की बातें सुनकर मेरी चूत पूरी गीली हो गई थी.
फिर पूनम बोली- सविता, तुम पूरी गीली हो रही हो… तुम कहो तो मैं अंकल को बुला लूँ?
मैंने कहा- क्या ये अभी हो सकता है?
वो बोली- हाँ, वो अभी आ जाएगा.
पूनम ने अंकल को फ़ोन किया और 30 मिनट बाद अंकल आ गए. उन्होंने घंटी बजाई, तो पूनम ने गेट खोला.
अंदर आते ही उन्होंने पूनम को किस करना शुरू कर दिया. वो पूनम को उस कमरे में ले आए जहाँ मैं बैठी थी.
मुझे देखकर वो डर गए.(desi fucking story)
पूनम बोली- ये मेरी सबसे अच्छी दोस्त सविता है… आज इसकी भी मालिश कर दो.
अंकल बोले- मालिश अपने औज़ार से करूँ या तेल से?
फिर मैंने कहा- औज़ार क्या कह रहे हो अंकल… सीधे-सीधे बोलो… मैं तुम्हारे लंड से ही मालिश करवाऊँगी, वैसे भी काम तो वही चुदाई का है.
वो मेरे पास आए और मेरे बाल खींचते हुए बोले- लगता है तुम दोनों जंगली बिल्ली हो. आज हम मज़ा करेंगे.
फिर पूनम बोली- तुम आज इसे मज़ा दो… मैं बाद में करवा लूँगी.(desi fucking story)
अंकल मुझे किस करने लगे. मैंने भी उनका पूरा साथ दिया. उन्होंने मेरे चूचो को खूब दबाया. मैं भी उत्तेजित हो गई और उनकी पैंट उतार दी और उनके लंड को अपने हाथ में पकड़ लिया. उसका लंड बिना खड़े हुए भी मोटा और लंबा लग रहा था।
मैंने उसके लंड को सहलाया और सीधे अपने मुँह में डाल लिया और चूसने लगी। उसका लंड खड़ा होने लगा। सिर्फ़ 2 मिनट में उसका लंड पूरी तरह से टाइट हो गया।
उसके बाद उसने मेरे ब्लाउज को खींचा और एक ही बार में सारे बटन खुल गए। ब्लाउज उतारने के बाद उसने मेरी साड़ी भी खोल दी। अब मैं सिर्फ़ ब्रा और पेटीकोट में थी, जो उसे बहुत उत्तेजित कर रहा था।
मेरी ब्रा में मेरे big boobs, मेरी कमर पर दबाव और मेरी सेक्सी गहरी नाभि देखकर वह पागल हो रहा था।(desi fucking story)
उन्होंने मुझे बेड पर लिटा दिया. पूनम ये सब देख कर अपनी चूत रगड़ रही थी. अंकल मेरे ऊपर आ गए और मेरे होंठों को चूमते हुए मेरे चूचे दबाने लगे. उन्होंने मेरी ब्रा खोली और मेरे दोनों चूचो को अपने हाथों में लेकर जोर जोर से दबाने लगे. कभी वो मेरे एक चूचो को मुँह में लेकर चूसते तो कभी वो मेरे निप्पल को अपनी दो उंगलियों से जोर जोर से दबाते और मसलते. इससे मेरी चूत गीली हो रही थी.
फिर अंकल ने अपनी जीभ मेरी नाभि में डाल दी और उससे खेलने लगे. मेरी नाभि मेरी कमजोरी है, उनकी नुकीली और खुरदरी जीभ से मैं पागल हो गई थी. मेरी सेक्सी आवाज और तेज हो गई थी.
मैंने चुदासी होकर कहा- ओह्ह… अंकल… मुझे बहुत मजा आ रहा है… अंकल, अब अपना लंड मेरी चूत में डाल दो… मेरी चूत में आग लग रही है.(desi fucking story)
पूनम कंडोम लेकर आई और मैंने अंकल का लंड चूसा और पहना दिया. अंकल बेड से नीचे उतरे और उन्होंने मुझे कमर से पकड़ कर बेड के कोने में ले गए. उनका लंड मेरी tight pussy को छूने लगा.
अब अंकल ने अपना लंड पकड़ कर मेरी चूत पर रखा और हल्के से मेरी चूत पर रगड़ने लगे. मेरी गीली चूत मानो उनके लंड के लिए तरस रही थी.
उन्होंने अचानक अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया. जैसे ही उन्होंने अपना लंड अंदर डाला, मेरे मुँह से आह्ह निकल गई. दो-तीन झटकों में ही उनका लंड मुझे बहुत मज़ा देने लगा. अंकल पूरी ताकत से मुझे चोदने लगे. मेरी कामुक आहें पूरे कमरे में गूंज रही थीं.
उसी समय पूनम को किसी का फ़ोन आया और वो बाहर चली गई. अंकल मुझे बहुत ज़ोर से चोद रहे थे. उनके हर धक्के पर मेरे चूचे ऊपर-नीचे हो रहे थे. अंकल ने मेरे दोनों चूचो को ज़ोर से दबाया और मेरी चूत चोदने लगे.
मैंने कहा- अंकल, अब मुझे कुतिया की तरह चोदो.
उन्होंने अपना लंड बाहर निकाला, तभी पूनम बाहर से आ गई.
मैंने कुतिया बनते हुए पूछा- किसका फ़ोन था?
वो बोली- पति का.(desi fucking story)
मैंने कहा- वो नहीं आ रहा है ना?
वो बोली- नहीं… तुम आराम से मज़ा लो.
फिर अंकल ने पूनम को नीचे बैठाया और मेरी चूत से निकला हुआ लंड उसके मुँह में डाल दिया. पूनम ने लंड पर मेरी चूत का रस लगा हुआ चूसना शुरू कर दिया. पूनम को बहुत मज़ा आ रहा था और अंकल का लंड पूरी तरह से सख्त हो रहा था.
अब मैं उनके सामने डॉगी पोज में आ गई थी. मेरी big ass और मेरी चूत का खुला हुआ छेद उन्हें बुला रहा था.(desi fucking story)
अंकल ने अपना लंड मेरी चूत में डाला और मेरी गांड को पकड़ कर जोर-जोर से धक्के मारने लगे. अंकल के हर धक्के के साथ थप थप की आवाज़ आ रही थी. डॉगी पोज में चोदते हुए मैं झड़ गई.
फिर अंकल थोड़ी देर के लिए रुक गए. उन्होंने कहा- तुम्हारा काम हो गया?
मैंने कहा- हाँ अंकल… पर तुम चोदते रहो.
अंकल धक्के लगाते रहे. अंकल बोले- तुम थक गई होगी. आओ, दूसरे पोज में चोदता हूँ.
अब अंकल बिस्तर पर लेट गए और मैं उनके लंड पर बैठ गई. अंकल का लंड मेरी चूत में पूरा घुस गया. अंकल ने मेरी गांड को पकड़ा और उसे अपने लंड पर मारने लगे. उनका पूरा लंड सर तक बाहर आया और फिर से पूरा अंदर जाने लगा. मैं अंकल के लंड का एक एक इंच महसूस कर रही थी।(desi fucking story)
मैं खुद तेजी से ऊपर नीचे होने लगी। अंकल ने मुझे अपने ऊपर झुका लिया और मुझे चूमने लगे।
30 मिनट बाद अंकल बोले- सविता मैं भी झड़ने वाला हूँ… क्रीम कहाँ लोगी?
मैंने कहा- जहाँ चाहो..
फिर अंकल बेड के नीचे खड़े हो गए और कंडोम निकाल कर एक तरफ रख दिया। अंकल मुझे फिर से बेड के किनारे ले आए और मेरी टाँगें फैला दीं। वो नीना कंडोम लगे अपने लंड से मुझे चोदने लगे।
मैंने कहा- अंकल जी, मैं भी झड़ने वाली हूँ।
अंकल बोले- हम दोनों एक साथ झड़ते हैं।
मैं मान गई.(desi fucking story)
अंकल धक्के लगाते हुए मेरे चूचो और निप्पलों को रगड़ रहे थे. फिर मैं झड़ गई.
जब चाचा झड़ने वाले थे, तो उन्होंने तुरंत अपना लंड बाहर निकाला और अपना सारा माल मेरे चूचो और पेट पर निकाल दिया. उनका माल बहुत गाढ़ा था. मैंने उसे अपने चूचो से उठाया और चखा. उनका कुछ माल मेरी नाभि में भर गया था.
उसके बाद अंकल और पूनम लेट गए. कुछ देर की चुसाई के बाद पूनम ने चाचा को बिना चुदे ही भेज दिया क्योंकि उसके बेटे के स्कूल से वापस आने का समय हो गया था, इसलिए मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए.
पूनम बोली- मजा आया?
मैंने कहा- हां यार, बहुत मजा आया.
जब मैं जाने वाली थी, तो पूनम बोली- यार, मुझे अपने चाचा ससुर का लंड चखने दो.
मैंने कहा- जरूर यार… मैं जल्दी ही प्लान बना कर तुम्हें बता दूंगी.
फिर मई वापस घर आ गयी|(desi fucking story)
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